बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) के महासचिव ने दी सलाह, वर्तमान में प्रदेश में पशुपालन की नहीं है कोई योजना
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
प्रदेश में किसानों व मजदूरों के रोजगार हेतु पशुपालन क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। पशुपालन क्षेत्र में छोटे ऋृण के जरिए प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवकों को रोजगार दिया जा सकता है। पशुपालन हेतु एक लाख, दो लाख, पांच लाख व 10 लाख ऋृण योजनाएं संचालित की जानी चाहिए। उत्तर प्रदेश पशुधन विकास परिषद के सदस्य एवं अपना दल एस के राष्ट्रीय महासचिव अजय प्रताप सिंह ने इस बाबत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है और आग्रह किया है कि प्रदेश में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए ऐसी योजनाएं तत्काल लायी जायें।
अजय प्रताप सिंह ने पत्र में लिखा है कि कोविड19 महामारी की वजह से अन्य राज्यों से काफी तादाद में श्रमिकों को राज्य वापसी करना पड़ रहा है और बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में पशुपालन के जरिए प्रदेश के बेरोजगार युवकों को बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है।

प्रदेश में नहीं है पशुपालन की कोई योजना:
अजय प्रताप सिंह का कहना है कि प्रदेश में फिलहाल पशुपालन से संबंधित कोई योजना नहीं है। पूर्व की सपा सरकार में कामधेनु एवं मिनी कामधेनु योजना प्रचलित थी, किंतु वृहद स्वरूप होने के कारण योजना का लाभ किसानों एवं मजदूरों को नहीं मिला।
ऐसे में यदि किसानों –मजदूरों के लिए छोटी ऋृण योजना का संचालन किया जाए तो न केवल पशुपालन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन होगा, बल्कि दुग्ध उत्पादन व खपत में भारी अंतर को भी समाप्त किया जा सकता है।