अनूप कुमार सिंह, बाराबंकी
कथित एमएमएस कांड के बाद सांसद उपेंद्र सिंह रावत के चुनाव न लड़ने के ऐलान पर सुरक्षित सीट पर बीजेपी से टिकट पाने की होड़ मची है। नए चेहरे की तलाश में जुटी बीजेपी में चौका मारने के लिए सपा के विधायक और नेता भी बीजेपी के आला नेताओं के संपर्क में होने की चर्चा है।
सांसद उपेंद्र सिंह रावत को टिकट मिलने के बाद कथित अश्लील वीडियो वायरल हुआ था। विवाद बढ़ने पर बीजेपी आलाकमान के नकेल पर सांसद ने चुनाव न लड़ने का फैसला लिया है। वहीं बीजेपी डैमेज कंट्रोल करने के लिए नए चेहरे की तलाश में है और इस सीट पर बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ने की चर्चा में सपा के एक विधायक और नेता भी बीजेपी से संपर्क में बनाए हुए हैं।
बता दें कि सांसद उपेंद्र सिंह रावत के कथित अश्लील विडियो समाने के बाद बीजेपी अलाकामन नए चेहरे की तलाश में है। हालांकि मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर सांसद के कथित अश्लील वीडियो को विधिविज्ञान प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा है। लेकिन सांसद उपेंद्र रावत के चुनाव लड़ने पर संशय बरकार है। बाराबंकी 53 सुरक्षित लोकसभा सीट पर डैमेज कंट्रोल के लिए बीजेपी अपना टिकट बदल कर नया चेहरा दे सकती है।
बाराबंकी लोकसभा चुनाव के संभावित प्रत्याशी:
1- शशांक कुसमेश, पूर्व जिलाध्यक्ष बीजेपी
2-प्रियंका सिंह रावत, पूर्व सांसद और प्रदेश महामंत्री बीजेपी
3-बैजनाथ रावत, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक
4-दिनेश रावत, विधायक हैदरगढ़
5-आरती रावत ब्लाक प्रमुख पत्नी (दिनेश रावत विधायक हैदरगढ़)
6– डॉ सुनील सिंह रावत, पूर्व चिकित्सक (केजीएमयू
उत्तर प्रदेश की बाराबंकी सीट के लिए बीजेपी पूर्व जिलाध्यक्ष और गैस एजेंसी संचालक शशांक कुसमेश बीजेपी अपना दांव लगा सकती है। बीजेपी को पूर्व सांसद और प्रदेश महामंत्री, प्रियंका सिंह रावत टिकट की लाइन में हैं। 2019 में बीजेपी ने प्रियंका सिंह रावत का टिकट काट कर उपेंद्र सिंह रावत को प्रत्याशी बनाया था। टिकट कटने की कई वजह चर्चा में रही कि सांसद बनते ही प्रियंका सिंह रावत ने अपने पिता को ओएसडी बना दिया था, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर फटकार लगाई थी।
वहीं एक और मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित बीजेपी की गोपनीय बैठक में मोबाइल कैमरा चलाने पर भी इन्हें फटकार लगी थी। टिकट कटने के बाद भी प्रियंका सिंह रावत 2024 में बीजेपी से टिकट के लिए लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहीं। साथ ही सांसद उपेंद्र रावत से नाराजगी बनी रही। इस बीच बीजेपी से होर्डिंग और कार्यक्रमों के हिस्सा लेकर प्रचार के माध्यम से चुनाव लड़ने का दावा कर रही हैं।
वहीं बीजेपी के पूर्व सांसद और विधायक रहे 70 वर्षीय बैजनाथ रावत क्षेत्र में सक्रिय भूमिका बनाते हुए टिकट पाने की लाइन में खड़े हैं। हैदरगढ़ विधानसभा 2017 में सपा विधायक राममगन रावत को हरा कर विधायक बने थे। लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में टिकट काट दिया और दिनेश रावत को प्रत्याशी बनाया जो विधायक बने।
हैदरगढ़ सीट से बीजेपी विधायक दिनेश रावत भी दिल्ली पहुंचने के लिए अपने और अपनी पत्नी आरती रावत के लिए बीजेपी से टिकट पाने के लिए लगे हैं। वहीं लखनऊ किंगजार्ज मेडिकल कॉलेज के पूर्व चिकित्सक डॉक्टर डॉक्टर सुनील सिंह रावत भी क्षेत्र में होर्डिंग लगा कर टिकट लेने की लाइन में खड़े हैं।
वहीं, क्षेत्र में चर्चा है कि सपा के एक वर्तमान विधायक भी बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ने के लिए नजदीकी बनाए हुए हैं। फिलहाल इन सबके बीच जिले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रत्याशी के चेहरे को लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वहीं आमजनता सांसद उपेंद्र रावत का कथित अश्लील वीडियो सामने आने के बाद चेहरा बदलने की बात कह रही है।