दुकान पर ही व्यापारियों से पॉलिथिन के इस्तेमाल न करने का शपथ पत्र ले रहे हैं डीएम
बांदा, 6 सितंबर
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किला के प्राचीर से ‘प्लास्टिक मुक्त भारत’ का आह्वान किया। प्रधानमंत्री के इस सपना को साकार करने के लिए देश का एक डीएम ऐसा भी है, जो अपने लाव-लश्कर को भूलकर सड़क पर निकल पड़ा है। हम बात कर रहे हैं बांदा के डीएम हीरालाल की। हीरालाल ‘झोला युक्त- प्लास्टिक मुक्त’ बांदा की मुहिम को पूरा करने के लिए खुद कंधा पर झोला टांगकर व्यापारियों की दुकान पर जा रहे हैं और उनसे प्लास्टिक की थैली का इस्तेमाल न करने का शपथ पत्र ले रहे हैं।
बांदा को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए डीएम हीरालाल के नेतृत्व में जनपद में ‘झोला युक्त- प्लास्टिक मुक्त’ बांदा अभियान शुरू किया गया है। गुरूवार को डीएम के नेतृत्व में अलीगंज पुलिस चौकी चौराहे से अभियान की शुरूआत की गई। डीएम ने अभियान की खुद कमान संभाली और हर दुकान पर जाकर व्यापारियों से मिलकर उनसे मौके पर ही पॉलिथीन का इस्तेमाल न करने का शपथ पत्र भरवाया। इस दौरान डीएम हीरलाल हर व्यापारी को प्लास्टिक अथवा पॉलिथिन के इस्तेमाल से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान की जानकारी दिए। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक के इस्तेमाल की वजह से कैंसर जैसी घातक बीमारी की समस्या बढ़ती जा रही है। प्लास्टिक की वजह से नालियां जाम होती हैं और शहर में गंदगी बढ़ती है, जिसकी वजह से जलजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है। इस अभियान के दौरान लोगों को थैले वितरित किए गए।
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21 दिन बाद शुरू होगी कार्रवाई:
डीएम हीरलाल ने लोगों को जानकारी दी कि प्लास्टिक के सेवन को रोकने के लिए 21 दिनों तक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। तत्पश्चात प्लास्टिक का सेवन करते पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई होगी। उन्होंने व्यापारियों को निर्देश दिया कि वे ग्राहकों को थैले में ही सामान दें।
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तालाबों को पुनर्जीवित करने का श्रेय:
डीएम हीरालाल सामाजिक कार्यों के लिए लोकप्रिय हैं। ‘झोला युक्त- प्लास्टिक मुक्त’ बांदा अभियान को शुरू करने से पहले हीरालाल ने बांदा के तलाबों को पुनर्जीवित करने के लिए अभियान शुरू किया और इस सराहनीय कार्य में उन्हें सफलता भी मिली। उनके इस पहल की वजह से तालाबों के मामले में देश के चुनींदा जिलों में बांदा का नाम भी शामिल हो गया।