सर्वाधिक सामान्य तबका होगा प्रभावित, वेतन व नौकरी में गिरावट
नई दिल्ली, 31 अगस्त
देश के विकास दर में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर घटकर मात्र 5 फीसदी रह गई है, जो कि पिछले साढ़े छह सालों में सबसे नीचे चला गया है। जीडीपी में गिरावट का सीधा प्रतिकूल असर सामान्य लोगों की आमदनी से लेकर रोजगार तक पर पड़ेगा।
जीडीपी में तेजी से गिरावट के प्रतिकूल असर को आप ऐसे समझ सकते हैं:
वर्ष 2018-19 में प्रति व्यक्ति मासिक आय 10534 रुपए को आधार मानते हैं तो वर्षिक जीडीपी 5 परसेंट के आधार पर वर्ष 2020 में प्रति व्यक्ति आय में महज 526 रुपए वृद्धि होगी।
इसी तरह यदि जीडीपी केवल 4 परसेंट की दर से बढ़ती है तो आमदनी में केवल 421 रुपए की वृद्धि होगी। अर्थात एक परसेंट गिरावट का मतलब प्रति व्यक्ति औसत मासिक आमदनी 105 रुपए कम हो जाएगी। अर्थात एक साल में यह गिरावट 1260 रुपए हो जाएगी।
मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर सर्वाधिक प्रभावित:
मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में 12.1 परसेंट के मुकाबले 0.6 परसेंट ग्रोथ हुआ
कृषि क्षेत्र में 5.1 परसेंट से घटकर महज दो परसेंट ग्रोथ
कंस्टक्शन सेक्टर में 9.6 परसेंट से घटकर 5.7 रह गई है।
वित्तीय, रियल एस्टेट सेक्टर में 6.5 परसेंट से घटकर 5.9 परसेंट ग्रोथ रह गया है।
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