केजरीवाल CM Arvind Kejriwal ने कहा- यदि आप हमें ऑक्सीजन Oxygen उपलब्ध करा सकते हैं, तो मैं आपका आभारी रहूंगा।
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
उत्तर भारत में सबसे ज्यादा अस्पताल दिल्ली Delhi में स्थित हैं। यहां इलाज के लिए भारतीय मरीजों के अलावा विदेशों से भी बड़ी संख्या में मरीज आते हैं। लेकिन आज इन अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई है। ऑक्सीजन के अभाव में एक दिन पहले सर गंगा राम अस्पताल में कुछ मरीजों के मरने की भी खबर आई थी। हालात की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल Arvind Kejriwal ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों Letter to all CMs से ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। इस बाबत उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पत्र लिख कर सभी से अपील की है कि अगर उनके पास अतिरिक्त ऑक्सीजन है, तो दिल्ली को उपलब्ध कराएं। पिछले कुछ दिनों में कोरोना के गंभीर मामलों में तेजी से वृद्धि के कारण दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत हो रही है। उन्होंने कहा कि कृपया इसे अति गंभीर समझें।
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मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं सभी राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध कर रहा हूं कि यदि उनके पास अतिरिक्त ऑक्सीजन है, तो दिल्ली को उपलब्ध कराएं। हालांकि केंद्र सरकार भी हमारी बहुत मदद कर रही है, लेकिन कोरोना की गंभीरता ऐसी है कि सभी उपलब्ध संसाधन अपर्याप्त साबित हो रहे हैं।’’
दिल्ली में नहीं है ऑक्सीजन प्लांट:
सीएम केजरीवाल ने पत्र में लिखा है कि दिल्ली में कोई ऑक्सीजन का प्लांट नहीं है। इसलिए दिल्ली में ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं होता है। पिछले कुछ दिनों में कोरोना के गंभीर मामलों में तेजी से वृद्धि के कारण दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो रही है। दिल्ली में ऑक्सीजन की हो रही दैनिक आपूर्ति हमारी आवश्यकताओं की अपेक्षा बहुत कम है।
मुख्यमंत्री ने पत्र में आगे लिखा है कि यदि आप हमें अपने राज्य या अपने राज्य के किसी भी संगठन से टैंकरों के साथ-साथ ऑक्सीजन उपलब्ध करा सकते हैं, तो मैं आपका आभारी रहूंगा। उन्होंने कहा कि कृपया इस पत्र को अति गंभीर समझें। मैं आपके सहयोग के लिए व्यक्तिगत रूप से आभारी रहूंगा।
दो दिन पहले भी अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि संकट के इस समय में सभी राज्यों को एक-दूसरे की मदद करने के लिए एक साथ आना चाहिए। मौजूदा लहर को सामूहिक संकट बताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘अगर हम खुद को हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात, पश्चिम बंगाल में विभाजित करने का फैसला करते हैं, तो भारत नहीं बचेगा। हमें एक भारतीय और मुनष्य के रूप में एक साथ आने और एकजुट होने की आवश्यकता है।
सीएम ने यह भी कहा था, “कोरोना बॉर्डर्स को नहीं पहचानता है। हमें भी उससे आगे बढ़कर साथ काम करना होगा। हमें दुनिया को यह दिखाने की जरूरत है कि अच्छा और कुशल शासन कैसा होता है।”
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