खोए हुए जनाधार को पाने के लिए ‘लव-कुश Lav-Kush’ समीकरण को मजबूत करने में जुटे सीएम नीतीश कुमार Nitish Kumar
यूपी80 न्यूज, पटना
अपने खोए हुए आधार को पुन: वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार CM Nitish Kumar अपने पुराने साथियों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। इसकी शुरूआत सबसे पहले ‘लव-कुश’ समीकरण को मजबूत करने से हो चुकी है। जदयू नेता उमेश कुशवाहा Umesh Kushwaha को प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी RLSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा Upendra Kushwaha की घर वापसी एवं उन्हें जदयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अब दूसरे बड़े कुशवाहा नेता भगवान सिंह कुशवाहा की वापसी की तैयारी शुरू हो चुकी है। बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट नहीं मिलने से नाराज भगवान सिंह कुशवाहा ने जदयू JDU छोड़ दिया था।
भगवान सिंह कुशवाहा ने होली के मौके पर जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह Bashishtha Narayan Singh से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि वशिष्ठ नारायण सिंह उनके अभिभावक हैं, वे उनके आदेश का पालन करेंगे। उधर, वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि कुशवाहा कभी भी जदयू से दूर नहीं गए।
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बता दें कि भगवान सिंह कुशवाहा कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी हुआ करते थें। उन्हें राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। भगवान सिंह कुशवाहा को बिहार का एक मजबूत कुशवाहा नेता माना जाता है।
जदयू में महत्वपूर्ण पदों पर कुशवाहा समाज:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने खोए हुए जनाधार को वापस लाने के लिए ‘लव-कुश’ समीकरण के तहत कुशवाहा समाज को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। उन्होंने उमेश कुशवाहा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया। इसके अलावा आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में वापसी के बाद उन्हें जदयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया। इसके अलावा विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट वितरण में कुशवाहा समाज को प्रमुखता दी गई।
फिलहाल सीटों के मामले में तीसरे पायदान पर जदयू:
बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान जदयू तीसरे पायदान पर आ गई। हालांकि बावजूद इसके बीजेपी BJP ने अपने वादे के अनुसार नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री तो बनाया, लेकिन बीजेपी ने अपने दो मुख्यमंत्री भी नियुक्त किए। जदयू के गिरते जनाधार को वापस लाने के लिए पार्टी एक बार फिर से अपने पुराने ‘लव-कुश’ समीकरण को मजबूत करने पर जोर दे रही है।
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