नए नियम के अनुसार 12वीं में 14 विषयों में से 3 विषय चुनने का विकल्प मिलेगा
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
यदि आपने 12वीं में गणित (मैथ), भौतिक (फिजिक्स) और रसायन विज्ञान (केमेस्ट्री) नहीं पढ़े हैं और आप इंजीनियर बनना चाहते हैं तो अब आपका सपना पूरा हो सकता है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने इंजीनियरिंग के लिए 12वीं में इन विषयों की अनिवार्यता समाप्त कर दी है। अर्थात इस साल से जिन्होंने 12वीं में भौतिकी, गणित और रसायन विज्ञान की पढ़ाई नहीं की होगी, वे भी इंजीनियर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं। अन्य विषयों से 12वीं पास करने वाले छात्र भी इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिले के लिए इसी वर्ष से आवेदन कर सकेंगे।
दरअसल एआईसीटीई ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए अपने नियमों में संशोधन कर दिया है। ऐसा दूसरी पृष्ठभूमि से इंजीनियरिंग की इच्छा रखने वालों को राहत देने के लिए किया गया है।
इन 14 विषयों में से 3 विषय में पास होना जरूरी:
संशोधित नियमों के मुताबिक, इंजीनियरिंग के स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए वे ही आवेदन कर सकेंगे, जिन्हें 12वीं में कम से कम 45 फीसदी अंक आए होंगे। साथ ही कम से कम तीन विषयों में पास रहे हों। इसके लिए एआईसीटीई ने 14 विषयों की सूची दी है। इन विषयों में- भौतिकी, गणित, रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, जीव विज्ञान, इनफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिस, जैव प्रौद्योगिकी, तकनीकी व्यावसायिक विषय, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, व्यावसायिक अध्ययन, अंत्रप्रेन्योरशिप शामिल हैं।
गौरतलब है कि अभी तक बीई, बीटेक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए 12वीं में गणित और भौतिक विषय जरूरी होता था। लेकिन अब इसकी अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। एआईसीटीई की नई रूल बुक के मुताबिक, अब इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्सों और टेक्नोलॉजी कॉलेजों में दाखिले के लिए 12वीं में गणित और भौतिक विषय की अनिवार्यता नहीं रहेगी। लेकिन ऐसा नहीं है कि जिन्होंने 12वीं में गणित, भौतिकी और रसायन शास्त्र की पढ़ाई नहीं की है, उन्हें आगे भी इन विषयों को नहीं पढ़ना होगा। इन्हें प्रवेश के बाद इंजीनियरिंग कॉलेज में गणित, भौतिकी, इंजीनियरिंग ड्राइंग आदि विषय पढ़ना ही होगा।
एआईसीटीई के उपाध्यक्ष एमपी पूनिया के हवाले से बताया गया है कि तकनीकी नियामक ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए एनईपी के साथ अपने नियमों को जोड़ दिया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अगर कॉमर्स बैकग्राउंड का कोई छात्र नए नियमों के तहत ऊपर के 14 विषयों में से किसी तीन में कम से कम 45 फीसदी अंकों के साथ पास हो, तो वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकता है। साभार: www.darbhangatimes.com