किसानों Farmers का आरोप- यूपी में 1000 रुपए प्रति कुंतल बिक रहा है धान Paddy
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
कृषि कानूनों agriculture act के खिलाफ हजारों ट्रैक्टरों thousands of tractors के साथ किसानों ने गुरुवार को दिल्ली की सीमाओं सिंधू बॉर्डर Sindhu border, टिकरी बॉर्डर tikri border, गाजीपुर बॉर्डर Ghazipur border पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने तीनों कृषि कानूनों और बिजली बिल 2020 को रद्द करने की मांग की और लोगों से इस आंदोलन में भाग लेने की अपील की। इस दौरान किसानों ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा ‘किसान कल्याण मिशन’ विकास खंड स्तर पर प्रारम्भ किए जाने पर नाराजगी जतायी।
किसानों ने कहा कि धान का एमएसपी MSP of paddy 1868 रुपए प्रति क्विंटल है, लेकिन उत्तर प्रदेश में किसान 1000 रुपए से 1100 रुपए प्रति क्विंटल धान बेचने के लिए मजबूर हैं।
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अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) के महासचिव डॉ.आशीष मित्तल ने कहा कि कॉरपोरेट द्वारा लागत सामग्री व मशीनरी बेची जाएगी तो मुनाफा कंपनियों का होगा। किसानों की मांग रही है कि सरकार सस्ते दाम पर लागत और आधुनिक उपकरण दे व सिंचाई की सुविधा दे और फसल का रेट उचित करे, ताकि खेती लाभकारी हो जाए।
किसानों की दलील:
इन कानूनों के बनने से-
कॉरपोरेट निजी मंडियां बनाएंगे
सरकार कानून अनुसार इन निजी मंडियों को बढ़ावा देगी, जिससे सरकारी मंडियां बंद हो जाएंगी
लागत के समान, उपकरण और सिंचाई कॉरपोरेट नियंत्रण में चली जाएगी और सरकारी सब्सिडी समाप्त होगी व लागत के दाम बढ़ेंगे
लागत के बढ़े दाम का भुगतान करने के लिए किसानों को कर्ज लेना होगा, जिससे जमीन से बेदखली बढ़ेगी
सरकार कुल मिलाकर खेती, खाद्य सुरक्षा और राशन की अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जाएगी