Former Union Home Minister Buta Singh passed away.
आठ बार सांसद, गृह, रेल, कृषि, खेल मंत्री रह चुके थे बूटा सिंह Sardar Buta Singh
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
दलितों के मसीहा के तौर पर लोकप्रिय पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री एवं कांग्रेस INC के वरिष्ठ नेता सरदार बूटा सिंह Sardar Buta Singh का शनिवार को निधन हो गया। 86 वर्षीय बूटा सिंह पिछले काफी समय से बीमार थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Narendra Modi, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, पूर्व केद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल सहित तमाम नेताओं ने गहरा दु:ख प्रकट किया है। पंजाब के जालंधर जिला के मुस्तफापुर Mustafapur Village गांव में 21 मार्च 1934 को जन्मे सरदार बूटा सिंह 8 बार लोकसभा सांसद बने।
देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी Indira Gandhi, राजीव गांधी के विश्वासपात्र रहे सरदार बूटा सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री, कृषि मंत्री, रेल मंत्री, खेल मंत्री सहित कई महत्वपूर्ण कार्यभार संभाला। उन्होंने बिहार के राज्यपाल और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के तौर पर भी कई महत्वपूर्ण कार्य किए।
बता दें कि 1977 में कांग्रेस की पराजय के बाद कांग्रेस दो भागों में बंट गई, तो सरदार बूटा सिंह ने इंदिरा गांधी का साथ दिया। और 1980 में कड़ी मेहनत के बाद फिर से कांग्रेस को खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनके निधन पर पीएम मोदी ने कहा है कि बूटा सिंह गरीबों और दलितों के कल्याण के लिए अनुभवी प्रशासक एवं प्रभावी आवाज थे। उनके निधन से दुखी हूं। राहुल गांधी ने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा है कि सरदार बूटा सिंह के देहांत से देश ने एक सच्चा जनसेवक और निष्ठावान नेता खो दिया है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा और जनता की भलाई के लिए समर्पित कर दिया, जिसके लिए उन्हें सदैव याद रखा जाएगा।
दिल्ली एससी-एसटी बोर्ड के तीन बार सदस्य रहे करोलबाग कांग्रेस कमेटी एससी प्रकोष्ठ के चेयरमैन भोपाल सिंह ने सरदार बूटा सिंह के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दलित समाज ने अपना एक जनप्रिय नेता खो दिया। सरदार बूटा सिंह जी जीवन के अंतिम समय तक दलित समाज के उत्थान के लिए सदैव चिंतित रहते थे।