किसान पुत्र अनुराग मलिक Anurag Malik, प्रांजल सिंह पटेल Pranjal Singh Patel व बाराबंकी के अभिमन्यु वर्मा Abhimanyu Verma ने टॉप किया, किसान पुत्र आईएएस और डाॅक्टर बनना चाहते हैं
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
छत्रपति शाहूजी महाराज Chhatrapati Shahuji Maharaj ने आज से 100 साल पहले समाज के हर वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जिस विचारधारा का बीजारोपण किया। उसी विचाराधारा के आधार पर बाबा साहब डॉ.भीमराव आंबेडकर Dr Bhimrao Ambedkar ने संविधान का निर्माण किया। आज वह विचारधारा अपने बाल्यावस्था से किशोरावस्था की ओर कदम बढ़ा रही है। आज छत्रपति शाहूजी महाराज के प्रताप से समाज के किसान, कमेरा, दलित व आदिवासी समाज के बच्चे भी विकास की मुख्यधारा की ओर अग्रसर हो रहे हैं। मजे की बात देखिए अब ये बच्चे किसी भी प्रतियोगी परीक्षा को केवल पास करने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये बच्चे इन परीक्षाओं को टॉप भी कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं के एग्जाम में किसानों के बच्चों Children of farmers ने अपना परचम लहराया है। 10वीं टॉप करने वाले तीन छात्रों में अभिमन्यु वर्मा (पटेल) किसान परिवार से आता है। वहीं 12वीं टॉप करने वाले तीन छात्रों में से दो छात्र अनुराग मलिक (जाट) और प्रांजल सिंह (पटेल) मूलत: किसान परिवार से हैं।
हाईस्कूल:
बागपत के श्रीराम एसएम इंटर कॉलेज की छात्रा रिया जैन Riya Jain ने यूपी बोर्ड से 10वीं के एग्जाम में पहला स्थान हासिल किया है। रिया ने 96.67 परसेंट अंक हासिल किया है। रिया के पिता ‘माता की चुनरी’ बनाने का कारोबार करते हैं। रिया आगे चलकर इंग्लिश की टीचर बनना चाहती है। खास बात यह है कि यूपी बोर्ड से 12वीं के परीक्षा में टॉप करने वाला अनुराग मलिक भी इसी कॉलेज का छात्र है।
दूसरा स्थान: अभिमन्यु वर्मा
बाराबंकी Barabanki निवासी अभिमन्यु वर्मा Abhimanyu Verma के पिता रामहेत वर्मा किसान और माता शकुंतला देवी गृहणी हैं। सतरिख क्षेत्र के छेदा निवासी अभिमन्यु रोजाना साइकिल से शहर के लखपेड़ाबाग स्थित साईं इंटर कॉलेज में पढ़ाई करने आता था। अभिमन्यु वर्मा ने 95.83 परसेंट अंक हासिल किया है। कोरोना काल में डॉक्टरों के योगदान को देखते हुए अभिमन्यु वर्मा डॉक्टर बनना चाहता है। सफलता हासिल करने के लिए अभिमन्यु ने 12 घंटे रोजाना पढ़ाई की। बाराबंकी निवासी पत्रकार डॉ.राजेश वर्मा कहते हैं कि बाराबंकी के किसान पुत्र पिछले दो दशक से यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में टॉप टेन में अपना स्थान हासिल कर रहे हैं। यह उन किसान अभिभावकों की मेहनत एवं अपने पुत्रों में शिक्षा के प्रति ललक पैदा करने का ही फल है।
योगेश प्रताप सिंह, तीसरा स्थान:
बाराबंकी के टिकैतनगर क्षेत्र के जीवल स्थित सद्भावना इंटर कॉलेज के छात्र योगेश प्रताप सिंह Yogesh Pratap Singh ने 95.33 परसेंट अंक के साथ प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। इनके पिता राजेंद्र प्रताप सिंह पेशे से किसान और शिवमती गृहणी हैं। योगेश रोजाना 6 घंटे पढ़ाई करता था। योगेश फिलहाल आइआइटी की तैयारी कर रहा है।
पढ़ते रहिए www.up80.online अनाज व नौकरशाह दोनों पैदा करते हैं ‘तेरवां दहिगवां’ के किसान
इंटरमीडिएट:
अनुराग मलिक, पहला स्थान:
बागपत Baghpat के बड़ौत में इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की दुकान चलाने वाले किसान प्रमोद मलिक के बेटे अनुराग मलिक Anurag Malik ने यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप किया है। अनुराग ने 500 में से 485 अंक हासिल किए। अनुराग ने यह सफलता रोजाना 15-16 घंटे की पढ़ाई करके हासिल की है। अनुराग आगे चलकर आईएएस बनना चाहता है। अनुराग बागपत जिले के बड़ौत स्थित श्रीराम शिक्षा मंदिर इंटर कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की है।
प्रांजल सिंह, दूसरा स्थान:
प्रयागराज Prayagraj के कोरांव स्थित सरदार पटेल इंटर कॉलेज सिकरो इंटरमीडिएट के छात्र प्रांजल सिंह Pranjal Singh ने यूपी बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। इनके पिताजी अवधेश सिंह उसी कॉलेज के प्रिंसिपल हैं और मां परिषदीय विद्यालय में अध्यापिका हैं। प्रांजल आगे चलकर आईएएस IAS बनना चाहता है। प्रांजल का कहना है कि वह रोजाना 6-7 घंटे पढ़ाई करता था।

प्रांजल ने सोशल मीडिया और मोबाइल पर समय नुकसान करने की बजाय इसका उपयोग पढ़ाई के लिए किया। प्रांजल की बड़ी बहन भी स्टेट रैंक हासिल कर चुकी है। और वर्तमान में वह नीट NEET की तैयारी कर रही है।
उत्कर्ष शुक्ला, तीसरे नंबर पर:
यूपी बोर्ड के इंटर परीक्षा में औरैया Auraia के गोपाल इंटर कॉलेज के छात्र उत्कर्ष शुक्ला Utkarsh Shukla ने तीसरा स्थान हासिल किया है। उत्कर्ष रोजाना 12 घंटे की पढ़ाई कर रहा था। उत्कर्ष भी आगे चलकर आईएएस बनना चाहता है। उत्कर्ष के पिता संदीप शुक्ला कानपुर देहात के गंगदासपुर स्थित जूनियर हाईस्कल के प्रधानाध्यापक हैं।
