पिछड़ी जाति के नाम पर प्रदेश अध्यक्ष व डिप्टी सीएम बने बीजेपी नेता पिछड़ों को ही भूल गए
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले पिछड़ों को एकजुट करने के लिए बीजेपी ने एक अभियान चलाया था। अभियान के तहत पिछड़ी जाति के सभी वर्गों की अलग-अलग बैठक बुलायी गई थी। इन बैठकों में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को उच्च आसन दिया जाता था और बताया जाता था कि ये पिछड़ा वर्ग के नेता हैं, जिन्हें बीजेपी संगठन ने उच्च पद दिया गया है। आज समय का दौर देखिए आज इन नेताओं के रहते प्रदेश में पिछड़ों पर जुल्म होता है और ये पिछड़े नेता खामोश रहते हैं। खास बात यह है कि दो दिन पहले जब प्रतापगढ़ के गोविंदपुर और परसठ गांव Govindpur-Parsath Village में पिछड़ों का घर जलाया जा रहा था, उसी दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह Swatantradev Singh पूर्वांचल के बीजेपी पदाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर रहे थें। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इस बातचीत में पिछड़ों पर हो रहे अत्याचार की चर्चा तक नहीं की गई।

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कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ.अनूप पटेल Dr Anoop Patel कहते हैं कि दो साल पहले पिछड़ों को लुभाने के लिए बीजेपी ने पटेलों, यादवों, कुशवाहा, चौहान, सुनार इत्यादि पिछड़ी जातियों की अलग-अलग बैठक बुलायी और इन जातियों के बड़े नेताओं के जरिए पिछड़ों से खूब लंबे-चौड़े वायदे किए गए, लेकिन आज बीजेपी सारे वायदे भूल गई है। पिछड़ों को एक बार फिर से उनके पुराने कार्यों की ओर ढकेलने की साजिश के तहत आरक्षण पर कुठारातघात किया जा रहा है। प्रदेश के हर हिस्से में हर दिन पिछड़ा वर्ग के लोगों के साथ मारपीट, उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही हैं। डॉ.अनूप पटेल कहते हैं कि यह आश्चर्य की बात है कि जिस व्यक्ति (स्वतंत्रदेव सिंह) को प्रदेश अध्यक्ष बनाते समय उसकी जाति (कुर्मी) का खूब ढीढोरा पिटा गया, आज वही प्रदेश अध्यक्ष पूर्वांचल के नेताओं से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक करता है और प्रतापगढ़ की घटना पर न तो उसके पदाधिकारी चर्चा करते हैं और न ही प्रदेश अध्यक्ष किसी तरह की टिप्पणी।
प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र के पूर्व विधायक रामसिंह पटेल RamSingh Patel कहते हैं कि योगी सरकार में पिछड़े वर्ग पर लगातार अत्याचार हो रहा है और सरकार में बैठे पिछड़े वर्ग के मंत्री और विधायक मौन हैं।
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खास बात यह है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह मूलत: प्रतापगढ़ से सटे मीरजापुर जनपद के रहने वाले हैं तो उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य प्रतापगढ़ के दूसरी ओर स्थित कौशांबी जिला के रहने वाले हैं। इतने करीब होने के बावजूद यहां पर पिछड़ों की स्थिति अत्यंत दयनीय है।