बेल्थरा रोड की माटी का नाम रोशन
यूपी 80 न्यूज़, बेल्थरा रोड
बलिया जनपद के बेल्थरा रोड नगर की माटी से जुड़े वरिष्ठ साहित्यकार एवं राष्ट्रीय कवि डॉ. सतीश कुमार श्रीवास्तव को चेन्नई में आयोजित एक भव्य समारोह में डॉ. बालशौरी रेड्डी स्मृति सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें तमिलनाडु हिंदी अकादमी के स्थापना दिवस अवसर पर दिया गया।

टी. नगर स्थित ठक्कर बापा विद्यालय के गांधी गैलरी हॉल में रविवार को हुए इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. बीएल आच्छा रहे। इस अवसर पर डॉ. सतीश कुमार श्रीवास्तव और बाल साहित्य लेखिका रोचक अरण को शॉल, स्मृति चिह्न व नकद राशि प्रदान कर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. आच्छा ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. बालशौरी रेड्डी ने तेलुगु भाषा और हिंदी साहित्य को जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया। उनके उपन्यासों में कमजोर वर्ग की पीड़ा और सामाजिक न्याय की चेतना परिलक्षित होती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अकादमी की अध्यक्ष डॉ. ए. भवानी ने कहा कि हर साल स्थापना दिवस पर इसी प्रकार सम्मान समारोह आयोजित कर साहित्य जगत से जुड़े रचनाकारों को प्रेरित किया जाएगा।
डॉ. सतीश श्रीवास्तव के सम्मान की खबर से बेल्थरा रोड के साहित्य प्रेमियों में हर्ष की लहर दौड़ गई है। नगर के शिक्षाविदों और साहित्यकारों ने कहा कि बेल्थरा रोड की माटी में जन्मे और पले-बढ़े डॉ. श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय स्तर पर जो पहचान बनाई है, वह क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।
प्रसिद्ध पुस्तकें:
बता दें कि सतीश श्रीवास्तव मूल रूप से बेल्थरा रोड के ककरासो गांव के निवासी हैं। सतीश श्रीवास्तव ने हर घर पे तिरंगा हो, दर्द में झुलसा हुआ मन, दर्द का व्याकरण, चलो अब आदमी बना जाए जैसी प्रसिद्ध पुस्तकें लिखी है। इसके अलावा आपके कई लेख प्रकाशित हो चुके हैं ।