यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
उत्तर प्रदेश की जनता- जनार्दन ने मोदी कैबिनेट के सात और योगी कैबिनेट के दो मंत्रियों को हार का स्वाद चखाया है। इतना ही नहीं अयोध्या जैसी प्रतिष्ठा की सीट भी नहीं बचा पायी बीजेपी। दो लड़कों की जोड़ी को गम्भीरता से लेना तो दूर नेताओं ने खूब बयानबाजी एवं छिंटाकसी की। ये जो पब्लिक है, सब जानती है, पोलिंग बूथ पर पहुंचने के बाद अपने मन का गुबार और प्रेम दोनों निकालती है। मानो या न मानो, कहीं न कहीं कुछ तो जनता को नागवार गुजरा। जनता की मर्जी के इतर कुछ भी होगा तो ईवीएम का बटन सामने आते ही निर्णय सुना देगी।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने उत्तर प्रदेश की 80 संसदीय सीटों के चुनाव में भाजपा को स्तब्ध कर दिया है। गठबंधन ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 80 में से 43 सीटें जीत ली हैं जबकि भाजपा को 33 सीटें ही मिल सकी हैं। एनडीए की ताकत यूपी में तो घटी ही है, इसे नकारा नहीं जा सकता है। एनडीए के सहयोगियों की भी ताकत में कमी आई। अपना दल एस दो सीटों से एक पर आ गया है। रालोद को छोड़ बाकी सहयोगी हारे हैं। ओमप्रकाश राजभर हो या संजय निषाद अपने पुत्रों को संसद नहीं भेज पाये। जीत में मदद की उम्मीद में दारा सिंह चौहान, ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शामिल किया, लेकिन निराशा हाथ आई ।घोसी में न कोई करिश्मा दिखा पाये न गाजीपुर में। भाजपा की सहयोगी रालोद ने दो व अपना दल ने एक सीट जीती है। आजाद समाज पार्टी कांशीराम को भी एक सीट मिली है। 2014 की तरह बसपा का इस बार भी खाता नहीं खुला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से लगातार तीसरी बार जीत गए हैं, जबकि राहुल गांधी ने रायबरेली और अखिलेश यादव ने कन्नौज से जीत हासिल की है। केंद्र सरकार के सात मंत्री चुनाव हार गए हैं, जिनमें स्मृति इरानी भी शामिल हैं। भाजपा ने अपने 47 सांसदों को फिर से टिकट दिया था, जिनमें 26 चुनाव हार गए हैं। मोदी सरकार के मंत्रियों में महिला एवं बाल विकास एवं अल्पसंख्यक कार्य मंत्री स्मृति इरानी, गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी, भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय, एमएसएमई राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा, आवास एवं शहरी राज्यमंत्री कौशल किशोर, फतेहपुर से ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व पशुपालन डेयरी व मत्स्य पालन राज्यमंत्री डा. संजीव कुमार बालियान अपने प्रतिद्वंद्वियों से चुनाव हार गए। वहीं, योगी कैबिनेट के दो मंत्री क्रमशः पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह भी कमल नहीं खिला सके।