देवेंद्र फड़णवीस के इस्तीफा के बाद कुछ इसी तरह हमलावर है विपक्ष
नई दिल्ली, 26 नवंबर
बड़े बे-आबरू होकर ‘सरकार’ से हम निकले,,
गलती रात के अंधेरे में और इस्तीफा सार्वजनिक तौर पर,,
चुपके में सरकार बनाने की चाल पड़ी उलटी,,,
सुप्रीम कोर्ट के झटके से संविधान की हुई रक्षा,,,
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफा के बाद विपक्ष व मीडिया के निशाने पर भाजपा कुछ इसी तरह है।
महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले एक घंटे के अंदर ही सीएम देवेंद्र फड़णवीस और डिप्टी सीएम अजीत पवार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। देवेंद्र फड़णवीस ने खुद प्रेस कांफ्रेंस के जरिए इस्तीफा की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तीन पहियों वाली (शिवसेना, एनसीपी व कांग्रेस) सरकार अपने ही बोझ तले गिर जाएगी।
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इस्तीफा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बैठक की।
बता दें कि शनिवार तड़के सुबह महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटाकर आनन-फानन में देवेंद्र फड़णवीस को मुख्यमंत्री और अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गई। आनन-फानन में दिलाई गई इस शपथ प्रक्रिया को लेकर भाजपा की चौतरफा निंदा हो रही है।
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सामाजिक व्यक्ति एवं लखनऊ हाई कोर्ट के अधिवक्ता नंद किशोर पटेल का कहते हैं, “संविधान दिवस पर संवैधानिक मूल्यों की रक्षा हुई है एवं शरद पवार की राजनीतिक कुशलता भाजपा की रणनीति पर भारी पड़ी और विपक्ष को अपनी सक्रियता साबित करने का एक नया मौका मिला है।”