संविधान में भगवान राम, कृष्ण, नटराज के अलावा मुगल बादशाह अकबर की खुबसूरत तस्वीर भी है
नई दिल्ली, 25 नवंबर
हमारा भारतीय संविधान मूलत: बौद्ध दर्शन के आदर्शों पर आधारित है, जिसमें मानव-मानव के बीच समानता, भ्रातृत्व और सामाजिक न्याय का सामंजस्य दिखता है। संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ.भीम राव अम्बेडकर ने संविधान सभा में अपने अंतिम भाषण के दौरान कहा था कि हमारे लोकतंत्र की जड़ें सदियों गहरी और पुरानी हैं। इस दौरान बाबा साहब ने भगवान बुद्ध की परंपरा का उदाहरण दिया था।
बाबा साहब ने कहा था कि भारत में संसदीय प्रणाली की जानकारी मौजूद थी। यह प्रणाली बौद्ध भिक्षु संघों द्वारा व्यवहार में लायी जाती थीं। भिक्षु संघों ने इनका प्रयोग उस समय की राजनीतिक सभाओं से सीखा था। बौद्ध संघों में प्रस्ताव, संकल्प, कोरम, सचेतक, मतगणना, निंदा प्रस्ताव आदि के नियम थे। बता दें कि बौद्ध दर्शन के मूल में एक क्रांतिकारी चेतना है, जिसने पूरी मानवता को अभिभूत कर दिया है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविद ने दो साल पहले नागपुर में एक समारोह के दौरान यह जानकारी दी थी।
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संविधान में राम, कृष्ण, नटराज भी हैं:
भारतीय संविधान में भगवान बुद्ध के अलावा भगवान राम, कृष्ण और नटराज की खुबसूरत तस्वीरें उकेरी गई हैं। भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को उपदेश देते हुए दिखाया गया है। सिखों के 10वें गुरू गोविंद सिंह की तस्वीर भी दर्शायी गई है। मुगल बादशाह अकबर और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की भी तस्वीर है। संविधान में 1857 की क्रांति की नायिका लक्ष्मीबाई को भी जगह दी गई है। पवित्र नदी गंगा मैया और भगीरथ की तस्वीर भी है।
संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। इसी दिन संविधान के मसौदे को अपनाया गया था।
26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया।
संविधान सभा के सदस्यों का पहला सेशन 9 दिसंबर 1947 को आयोजित हुआ। इसमें 207 सदस्यों ने शिरकत की थी।
संविधान की ड्रॉफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ.बीआर अम्बेडकर थे। इन्हें भारत के संविधान का निर्माता भी कहा जाता है।
जनवरी 1948 में संविधान का पहला प्रारूप चर्चा के लिए प्रस्तुत किया गया।
4 नवंबर 1948 से चर्चा शुरू हुई और 32 दिनों तक चली थी। इस दौरान 7635 संशोधन प्रस्तावित किए गए, इनमें से 2473 पर विस्तार से चर्चा हुई।
24 जनवरी 1950 को 284 सदस्यों ने संविधान पर हस्ताक्षर किए। तत्पश्चात 26 जनवरी को इसे लागू कर दिया गया।
यह दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। इसमें दुनिया के अधिकांश देशों की अच्छाइयों को शामिल किया गया है।
भारतीय संविधान में 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल हैं।
यह हस्तलिखित संविधान है। इसमें 48 आर्टिकल हैं।
भारतीय संविधान को तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था।
भारतीय संविधान की मूल प्रति हिन्दी एवं अंग्रेजी में हस्तलिखित और कॉलीग्राफ्ड है।
संविधान को प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने 6 महीने में लिखा था
भारतीय संविधान के हर पेज को चित्रों से सजाया गया है। आचार्य नंदलाल बोस ने इसे सजाया है।
संविधान को भारतीय संसद की लाइब्रेरी में हीलियम से भरे केस में रखा गया है।
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