प्रदेश के दूसरे सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव कुमार द्वितीय को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाएगी
लखनऊ, 25 नवंबर
भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चाबुक चल पड़ा है। योगी सरकार अब तक 600 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में कार्रवाई कर चुकी है और अब योगी सरकार नोएडा प्लॉट आवंटन घोटाले में जेल की हवा खा चुके वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव कुमार द्वितीय को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की तैयारी शुरू कर दी है। यह प्रदेश में किसी आईएएस अधिकारी को जबरन रिटायर करने का पहला मामला होगा।
नोएडा प्लाट आवंटन घोटाले में पूर्व मुख्य सचिव नीरा यादव के साथ जेल की हवा खा चुके राजीव कुमार द्वितीय वर्ष 2016 से निलंबित हैं। उनका सेवाकाल 30 जून 2021 तक है। राजीव कुमार फिलहाल केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर हैं। 1982 बैच के अविनाश कुमार श्रीवास्तव के बाद राजीव कुमार दूसरे सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं।
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बता दें कि दो दिन पहले दो वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों को भ्रष्टाचार मामले में बर्खास्त कर दिया गया था और अभी तीन पीसीएस अधिकारियों के खिलाफ बर्खास्तगी की तैयारी चल रही है। इसी तरह पिछले महीने योगी सरकार ने सात पुलिस अधिकारियों को भी भ्रष्टाचार एवं अनियमितता मामले में जबरन नौकरी से रिटायर कर दिया गया।
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भ्रष्टाचार मामले में योगी सरकार की कार्रवाई:
विभिन्न विभागों के 200 अधिकारियों- कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्ति
बर्खास्तगी:
ऊर्जा विभाग के 170 अधिकारी
गृह विभाग के 51 अधिकारी
परिवहन विभाग के 37 कर्मी
राजस्व विभाग के 36 अधिकारी
बेसिक शिक्षा विभाग के 26 अधिकारी व कर्मचारी
पीडब्ल्यूडी के 18 कर्मचारी
श्रम विभाग के 16 अधिकारी
वाणिज्य कर विभाग के 16 अधिकारी-कर्मचारी
संस्थागत वित्त विभाग के 16 कर्मचारी
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