निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे सुधाकर सिंह, 2012 में फागू चौहान को दे चुके हैं शिकस्त
मऊ, 1 अक्टूबर
मऊ के घोसी विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह का नामांकन निरस्त हो गया है। सुधाकर सिंह के नामांकन निरस्त होने से समाजवादी पार्टी के कार्यत्र्ताओं ने कड़ा ऐतराज जताते हुए योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। सपा समर्थकों ने रिटर्निंग ऑफिसर को भाजपा कार्यकत्र्ता के तौर पर कार्य करने का आरोप लगाया है। हालांकि सुधाकर सिंह ने एक नामांकन निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी किया है, जो कि वैध पाया गया है। अब सुधाकर सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे।
जानकारी के अनुसार सुधाकर सिंह द्वारा नामांकन के दौरान जमा किए गए बी फार्म पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का हस्ताक्षर नहीं था। हालांकि यह सूचना मिलते ही सुधाकर सिंह ने सोमवार को सपा शीर्ष नेतृत्व को इस बारे में जानकारी दी। तत्पश्चात अखिलेश यादव द्वारा हस्ताक्षर किया हुआ बी फार्म फैक्स किया गया, लेकिन रिटर्निंग ऑफिसर ने उसे नहीं माना।
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घोसी से 15 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। इसमें से दो नामांकन निरस्त कर दिये गए।
फागू चौहान को हरा चुके हैं सुधाकर सिंह:
सुधाकर सिंह समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता हैं। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने फागू चौहान (वर्तमान में बिहार के राज्यपाल) को शिकस्त दी थी। फागू चौहान के बिहार का राज्यपाल बनने के बाद यह सीट रिक्त हुई है।
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