देश के टॉप 20 रैंकिंग में केवल लखनऊ व गाजियाबाद को ही जगह मिली
अशोक जायसवाल, लखनऊ
केंद्र सरकार की स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में शीर्ष रैंकिंग लाने वाले शहरों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने शनिवार को अवार्ड से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी टॉप 30 में अंतिम पायदान पर है तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का क्षेत्र गोरखपुर 87 से लुढ़क कर 111 वें पर पहुंच गया है। खास बात यह है कि स्वच्छता रैंकिंग के मामले में उत्तर प्रदेश का कोई भी शहर टॉप टेन में शामिल नहीं है। मध्य प्रदेश का प्रमुख शहर इंदौर पिछले पांच सालों से लगातार नंबर वन पायदान पर है।
हालांकि टॉप 20 में प्रदेश के मात्र दो शहर लखनऊ और गाजियागाद शामिल हैं। लखनऊ की रैंकिंग पूर्व की तरह 12 है तो गाजियाबाद ने सुधार करते हुए 19वें नंबर से एक पायदान ऊपर 18 पर पहुंचा है। कानपुर ने सुधार करते हुए 24वें से 21वें पायदान पर पहुंचा है। दूसरी ओर, प्रयागराज भी 20 से 26वें और आगरा 16 से लुढ़कर 24वें पायदान पर पहुंच गया है।
देश में टॉप 20 शहर:
1 इंदौर
2 सूरत
3 विजयवाड़ा
4 नवी मुंबई
5 पूणे
6 रायपुर
7 भोपाल
8 बड़ोदरा
9 विशाखापट्टम
10 अहमदाबाद
11 राजकोट
12 लखनऊ
13 ग्रेटर हैदराबाद
14 थाणे
15 ग्वालियर
16 चंडीगढ़
17 नासिक
18 गाजियाबाद
19 पिंपरी
20 जबलपुर
उत्तर प्रदेश की शहरों की रैंकिंग:
शहर – इस साल रैंकिंग – पिछले साल
लखनऊ – 12 – 12
गाजियाबाद – 18 – 19
कानपुर – 21 -24
आगरा – 24 -16
प्रयागराज – 26 – 20
मेरठ – 27 – 41
वाराणसी – 30 – 27
गोरखपुर – 111 – 87
गोरखपुर मंडल के सेक्टर प्रभारी मदन राम कहते हैं,
“आम जनता को कहीं स्वच्छता नजर नहीं आ रहा है। इसका जवाब आम जनता देगी। स्वच्छता के लिए बहन जी ने 1 लाख 8 हजार सफाई कर्मियों का नया पद सृजत कर रोजगार दिया व शहरों व गांवों को सफाई करने का अवसर भी दिया। हमें खुशी है कि आज इन्हें 32 हजार वेतन मिल रहा है।”