चुनाव आयोग ने दोनों गुटों को पार्टी का अलग-अलग नाम एवं चुनाव चिह्न आवंटित किया
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन के एक साल बाद उनकी पार्टी अब दो अलग-अलग नामों से जानी जाएगी। निर्वाचन आयोग ने चिराग पासवान को ‘लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)’ नाम और चुनाव चिह्न ‘हेलीकाप्टर’ आवंटित किया है, जबकि पशुपति कुमार पारस गुट को ‘राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी’ नाम और चुनाव चिह्न ‘सिलाई मशीन’ आवंटित किया है। पिछले एक साल से चिराग पासवान एवं पशुपति कुमार पारस लोक जनशक्ति पार्टी पर अपना-अपना दावा कर रहे थे। यह मामला चुनाव आयोग में लंबित था। पिछले सप्ताह चुनाव आयोग ने ‘लोक जनशक्ति पार्टी’ (लोजपा) के चुनाव चिह्न ‘बंगले’ पर रोक लगा दी थी।
बता दें कि पिछले साल 8 अक्टूबर को राम विलास पासवान के निधन के बाद पार्टी पर कब्जा को लेकर चाचा-भतीजा के बीच टकराव हो गया, जिसकी वजह से पार्टी में टूट हो गई। दोनों नेताओं ने खुद को लोजपा का असली मालिक बता रहे थे। इस मामले को लेकर दोनों नेताओं ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था।
उपचुनाव में पड़ेगा असर:
बिहार की दो विधानसभा सीट कुशेश्वरस्थान और तारापुर में उपचुनाव होने जा रहा है। अब इन सीटों पर दोनों गुट नए नाम और नए चिह्न के साथ अपने-अपने प्रत्याशी उतारेंगे।
बता दें कि रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा के 6 सांसदों में से 5 ने चिराग पासवान के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते हुए पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल का नेता चुना था। इसे स्पीकर की मंजूरी भी मिल चुकी है। इसके बाद पारस गुट ने नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन करके पशुपति कुमार पारस को पार्टी का अध्यक्ष बना दिया।