एसपी ने फर्जी शिक्षकों की गिरफ्तारी का आदेश दिया था, बीएसए की सुरक्षा चुस्त की गई
सिद्धार्थनगर, 14 जनवरी
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल एस के युवा नेता हेमंत चौधरी के भ्रष्टाचार को लेकर योगी सरकार पर हमलावर होते ही प्रशासन हरकत में आ गया है। जनपद के आला अधिकारी फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आनन-फानन में बैठक कर रहे हैं। खुद जनपद के एसपी विजय ढुल ने शनिवार को बैठक बुलाकर फर्जी शिक्षकों की गिरफ्तारी का आदेश दिया और मंगलवार को 11 फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए बीएसए डॉ.सूर्यकांत त्रिपाठी की सुरक्षा बढ़ा दी गई।
उधर, बीएसए डॉ.सूर्यकांत त्रिपाठी ने भी अवकाश के नाम पर शिक्षकों से धन उगाही के मामले का संज्ञान लेते हुए जांच का आश्वासन दिया है।
अपना दल एस के युवा मंच के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत चौधरी ने बीते शुक्रवार को जनपद में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर जमकर बरसें थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। पूर्व में निलंबित फर्जी शिक्षकों पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई, जिले में अभी भी फर्जी शिक्षक कार्यरत हैं। मजे की बात यह है कि उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी भी सिद्धार्थनगर से ही विधायक हैं।
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हेमंत चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि अवकाश के नाम पर शिक्षकों से धन उगाही की जा रही है। जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं से 5 से 10 हजार रुपए तक वसूली की जा रही है। सर्दी अपने अंतिम चरण में है और अब तक बच्चों को स्वेटर वितरित नहीं किए गए। जनपद के 400 विद्यालय मात्र एक-एक अध्यापकों के सहारे चल रहे हैं।
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हालांकि इन आरोपों के दौरान हेमंत चौधरी ने यह भी सफाई दी थी कि सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश का तेजी से विकास हो रहा है, लेकिन अधिकारियों की मनमानी से विकास कार्य जमीन तक नहीं पहुंच रहे हैं।