मंदिर-मस्जिद से ऊपर उठकर व्यवस्था परिवर्तन के लिए लाखों लोगों ने किया था प्रण
अर्जुन सिंह पटेल, 4 नवंबर
आज से 25 साल पहले 4 नवंबर 1995 को लखनऊ के वारादरी के मैदान में कई लाख समर्थकों की उपस्थिति में डॉ सोनेलाल पटेल के नेतृत्व एवं इं. बलिहारी पटेल के मार्गदर्शन में ‘अपना दल’ नामक राजनैतिक दल की स्थापना की गई। देश के किसानों- मजदूरों-पिछड़ों, वंचितों को मंदिर-मस्जिद से ऊपर उठकर नई सोच के साथ व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई लड़ने के लिए अपना दल की स्थापना की गई। ताकि देश की राजनीति ईमानदारी के साथ चलाई जा सके। इस रैली में कमेरा समाज के लोगों को साल में कम से कम 10 दिन का समय और अपनी गाढ़ी कमाई में से कुछ धन, राजनीति को भी अपना बेटा मानकर खर्च करने की अपील की गई थी। रैली में आई हुई लाखों की भीड़ ने दोनों हाथ उठाकर डॉ.सोनेलाल पटेल का सहयोग करने का वायदा किया था।
इस रैली में डॉ.सोनेलाल पटेल ने कहा था कि देश के कमेरा समाज के लोगों एक हो और सम्मान और अधिकार के लिए एकजुटता प्रदर्शित करके राजसत्ता पर कब्जा करो।
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अगर कमेरा समाज ने अपने नेतृत्व डा सोने लाल पटेल एवं इंजीनियर बलिहारी पटेल की सोच को गंभीरता से लेकर मजबूती से संघर्ष किया होता तो किसानों का शोषण बदस्तूर जारी न रहता। चार लाख से ज्यादा किसान आत्महत्या करने को विवश न होते और ओबीसी, एससी, एसटी, पसमांदा समाज का शोषण जारी न रहता और इनके हिस्से की नौकरी आरक्षण को चालाकी से हड़पने की हैसियत किसी की न होती?
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आज के दिन हम प्रण करें कि डा सोने लाल पटेल एवं इंजीनियर बलिहारी पटेल की सोच एवं अपना दल एस का नेतृत्व मजबूती से संघर्ष करने के लिए निकलेगा और डाक्टर सोने लाल पटेल जी के करोड़ों अनुयायी, अपना दल की सोच को हकीकत में साकार करने के हेतु अपना सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए कटिबद्ध रहेंगे। इस दिन हमें वर्गीय हितों के संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करना एवं सत्ता के माध्यम से व्यवस्था परिवर्तन करना हमारा पुनीत कर्तव्य होना चाहिए।
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