अखिलेश यादव ने कहा,”शुरूआती दिनों में रामप्रसाद चौधरी जी ने नेताजी को मजबूत किया था”
लखनऊ, 20 जनवरी
बसपा के पूर्व विधायक एवं उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहे रामप्रसाद चौधरी ने सोमवार को अपने हजारों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। इस अवसर पर 5 पूर्व विधायक, 7 जिला पंचायत सदस्य, 17 पूर्व जिला पंचायत, 7 पूर्व ब्लॉक प्रमुख व सैकड़ों प्रधान व बीडीसी सदस्यों ने भी सपा की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव के सहयोग से वह लोकसभा के अंदर पहुंचे, लेकिन बीच में गुमराह होने की वजह से उनसे दूर हो गए थे। रामप्रसाद चौधरी ने कहा कि अंतिम सांस तक वह समाजवादी पार्टी की लाल टोपी के लिए संघर्ष करूंगा। इस मौके पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि बस्ती व आसपास के इलाकों से सुबह में जब रामप्रसाद चौधरी व उनके समर्थक वाहन से लखनऊ के लिए चलें, तो बीजेपी के लोगों को समझ में नहीं आया कि ये क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि रामप्रसाद चौधरी जी ने शुरू के दिनों में नेताजी को मजबूत किया था और आज फिर वह हमारे साथ आ गए हैं। नए साल में यह अच्छा संदेश है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने किसानों को उनकी आय दोगुनी करने का झूठा वादा किया, हमने बहुत समझाया, लेकिन किसान भाईयों ने बीजेपी पर भरोसा किया। आज राज्य और केंद्र में सरकारें तो उनकी बन गई, लेकिन किसानों को क्या मिला। उन्होंने कहा कि पहले नोट के लिए लाइन लगवाया और अब कागज के लिए लाइन में लगा दिया।
कांग्रेस ने नहीं होने दिया जातीय जनगणना:
अखिलेश यादव ने कहा कि हम पहले भी चाहते थें कि जातीय जनगणना हो, लेकिन कांग्रेस ने जातीय जनगणना नहीं होने दिया और अब बीजेपी के लोग जातीय जनगणना नहीं करा रहे हैं।

सीएम बाबा केवल नाम बदलना जानते हैं:
अखिलेश यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि हमारे बाबा मुख्यमंत्री बहुत अच्छे हैं, वह केवल नाम बदलना जानते हैं। उन्होंने पूछा कि क्या घाघरा से सरयू करने अथवा 100 नंबर से 112 करने से कुछ बदला क्या?
20 सीटों पर सीधा पड़ेगा असर:
रामप्रसाद चौधरी के सपा में शामिल होने के दौरान सोमवार को सपा मुख्यालय से लेकर वीवीआईपी चौराहे तक वाहनों की कतार लग गई।
राम प्रसाद चौधरी बस्ती के कप्तानगंज से पांच बार विधायक रह चुके हैं। खलीलाबाद से सांसद भी चुने गए। वर्ष 2009 में इनका भतीजा अरविंद चौधरी बस्ती से सांसद चुना गया। तराई क्षेत्र के बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर के अलावा गोंडा व गोरखपुर मंडल में भी इनकी अच्छी पकड़ है। चुनाव के समय इन जनपदों में इनकी अपील का अच्छा असर होता है।