4 जनवरी को फिर होगी वार्ता, योगेंद्र यादव ने कहा- सिर्फ पूंछ निकली है, हाथी अभी बाकी है
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
केंद्र सरकार के साथ बुधवार को किसान संगठनों की चार मुद्दों पर हुई बैठक में से दो मुद्दों पर सरकार तो मान गई, लेकिन अभी भी तीन कृषि कानूनों और एमएसपी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। अब इन मुद्दों पर 4 जनवरी को अगली बैठक होगी। किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा है, “सिर्फ पूंछ निकली है, हाथी अभी बाकी है।“ बता दें कि तीन कृषि कानूनों एवं इलेक्ट्रिसिटी एक्ट को रद्द करने को लेकर किसान संगठन पिछले एक महीने से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत हैं।
बता दें कि बुधवार को केंद्र सरकार के साथ हुई बैठक में बिजली एक्ट और पराली मामले में किसान संगठनों संग केंद्र सरकार के बीच आपसी सहमति हो गई। किसानों को सिंचाई के लिए बिजली सब्सिडी मिलती रहेगी।
आशा की राष्ट्रीय समन्वयक एवं महिला किसान अधिकार मंच की संस्थापक सदस्य कविता कुरुगंटी ने बताया कि माइनर दो मांगें मान ली गई, लेकिन प्रमुख दो मांगें अभी तक नहीं मानी गईं। कुरुगंटी ने कहा कि सरकार ने कहा कि रद्द करने का विकल्प बताइए। अब 4 जनवरी को इस मुद्दे पर चर्चा होगी।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.राकेश टिकैत ने कहा है कि अब दो चीजें शेष रह गई हैं, उन पर 4 जनवरी को बात होगी। तब तक किसानों का शांतिपूर्ण धरना जारी रहेगा।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अपील:
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि चार जनवरी को हमलोग एक बार फिर से किसान संगठनों संग बैठक करेंगे और उस पर चर्चा होगी। उन्होंने एक बार फिर से आश्वासन दिया कि एमएसपी जारी है और जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कड़ाके की ठंड को देखते हुए हमने किसान नेताओं से अपील की है कि आंदोलन में शामिल बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को घर वापस भेज दें। बैठक में केंद्र की ओर से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेलवे, वाणिज्य एवं खाद्य मंत्री पीयूष गोयल तथा वाणिज्य राज्य मंत्री सोमप्रकाश शामिल थे।
किसान संघर्ष कमेटी पंजाब के अध्यक्ष बलविंदर संह ने कहा कि सरकार ने 2 मांगें मान ली हैं, लेकिन अभी भी एमएसपी और 3 कृषि कानून पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। इन पर 4 जनवरी को बात होगी।