2022 के लिए संगठन में बड़े पैमाने पर उलट-फेर, दलित-पिछड़ों व आदिवासियों को साधने की रणनीति
लखनऊ, 8 मार्च
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने 2022 की तैयारी के लिए सामाजिक न्याय को ध्यान में रखते हुए संगठन को चुस्त करने में जुट गई हैं। अनुप्रिया पटेल ने पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष की कमान दलित समाज से आने वाले विधायक डॉ.जमुना प्रसाद सरोज को सौंपी है। उन्होंने एक सोची-समझी रणनीति के तहत पार्टी की युवा मंच की कमान आदिवासी विधायक राहुल प्रकाश कोल को सौंपी है तो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की कमान पासी समाज से आने वाले विधायक डॉ.जमुना प्रसाद सरोज को सौंपा है।
पीएचडी डिग्रीधारी डॉ.जमुना प्रसाद सरोज प्रयागराज के सोरांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। श्रीमती पटेल ने पार्टी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद पाल का प्रमोशन करते हुए पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया है। राजेंद्र प्रसाद पाल अति पिछड़ी जाति से आते हैं और प्रतापगढ़ के निवासी हैं।
कमेरा व दलित को जोड़ने की विशेष रणनीति:
अनुप्रिया पटेल ने सामाजिक न्याय को धार देते हुए नॉन यादव ओबीसी के साथ-साथ गैर जाटव दलित समाज को जोड़ने की रणनीति बनायी हैं। इसके साथ ही उन्होंने आदिवासी समाज से आने वाले विधायक राहुल प्रकाश कोल को पार्टी की युवा मंच की कमान सौंप कर उत्तर प्रदेश के अलावा पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ जैसे आदिवासी बहुल राज्यों में भी पार्टी के प्रसार का साफ-साफ संदेश दे दिया है। बता दें कि मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में किसी भी सरकार के उलट-फेर के लिए पटेल व आदिवासी मतदाता पर्याप्त हैं।


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