कोरोना की रोकथाम के लिए विधायक निधि को एक साल के लिए सस्पेंड किया गया
लखनऊ, 8 अप्रैल
कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए सांसदों की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के विधायकों की विधायक निधि को भी एक साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही उत्तर प्रदेश के विधायकों व मंत्रियों के वेतन में 30 परसेंट कटौती करने का फैसला किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बुधवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। उधर, योगी सरकार के इस महत्वपूर्ण फैसले का पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद अनुप्रिया पटेल ने स्वागत किया है। श्रीमती पटेल ने कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री जी के इस फैसले से कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी की रोकथाम में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कैबिनेट बैठक में 4 महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। विधायक निधि को 1 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया। वर्ष 2020-21 की विधायक निधि का इस्तेमाल कोरोना से लड़ने में किया जाएगा। इसके अलावा मंत्रियों व विधायकों के वेतन में 30 फीसदी की कटौती करने के अलावा आपदा निधि 1951 में बदलाव किया गया। आपदा निधि में 600 करोड़ की राशि को बढ़ाकर 1200 करोड़ किया गया। अपना दल (एस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल ने बताया कि पार्टी की नेता अनुप्रिया पटेल ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस महत्वपूर्ण फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि सरकार के इस निर्णय से कोरोना वायरस जैसी गंभीर महामारी को रोकने में मदद मिलेगी। संकट के इस घड़ी में हर व्यक्ति सरकार के साथ है।
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