पाला बदलने के मूड में आरसीपी सिंह, केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया ट्विटर अकाउंट से नीतीश कुमार का फोटो हटाया, पीएम व भाजपा का किया गुणगान
यूपी80 न्यूज, पटना
कभी आंखों का तारा कहे जाने वाले केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह RCP Singh इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार CM Nitish Kumar की आंखों की किरकिरी बनते जा रहे हैं। नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के बीच की दूरियां इस कदर बढ़ गई है कि आरसीपी सिंह ने अपने ट्वीटर वाल से नीतीश कुमार का फोटो तक हटा दिया है और अब उनकी जगह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Narendra Modi की फोटो लगा दिया है। बिहार में चर्चा है कि नीतीश कुमार इस बार आरसीपी सिंह को राज्यसभा नहीं भेजेंगे। ऐसे में आरसीपी सिंह का मंत्री पद जा सकता है अथवा मंत्री पद बचाने के लिए वह भाजपा के पाले में जा सकते हैं और भाजपा उन्हें अपने कोटे से राज्यसभा Rajya Sabha भेज सकती है।
जदयू JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे आरसीपी सिंह पिछले साल मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में केंद्रीय इस्पात मंत्री बने। कहा जाता है कि आरसीपी सिंह के केंद्र में मंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार और उनके बीच दूरियां बढ़ गईं। भाजपा और आरसीपी सिंह की बीच बढ़ी करीबियों से नीतीश कुमार नाराज हैं। नाराजगी का आलम यह है कि उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर दिए गए परिचय में जदयू का पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद को हटा दिया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक जिला नालंदा Nalanda के रहने वाले आरसीपी सिंह 1984 बैच के आईएएस IAS अधिकारी रहे हैं। केंद्र में रेलवे मंत्री बनने पर नीतीश कुमार ने कद्दावर समाजवादी नेता बेनी प्रसाद वर्मा की सलाह पर आरसीपी सिंह को अपना ओएसडी बनाया। उसके बाद आरसीपी सिंह नीतीश कुमार के बेहद करीब आ गए। नीतीश कुमार के कहने पर आरसीपी सिंह ने आईएएस से वीआरएस लेकर राजनीति में आए और नीतीश कुमार ने उन्हें जदय का राष्ट्रीय अध्यक्ष तक बनाया। कभी जदयू में लोकसभा एवं विधानसभा उम्मीदवारों के चयन का फैसला आरसीपी सिंह करते थे। लेकिन आज यह जोड़ी टूटने के कगार पर है।
बिहार में राज्यसभा की पांच सीटों पर है चुनाव:
बिहार में राज्यसभा की पांच सीटों पर चुनाव है। संख्याबल के अनुसार इनमें से दो भाजपा और दो राजद के कोटे में आएंगी एवं महज एक सीट जदयू के हिस्से में आएगी। उधर, जदयू ने अपने हिस्से की सीट पर पार्टी के पुराने एवं समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिज के करीबी रहे अनिल हेगड़े Anil Hegde को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। ऐसे में यदि आरसीपी सिंह को भाजपा उम्मीदवार घोषित नहीं करती है तो राज्यसभा सदस्यता के साथ-साथ आरसीपी सिंह का मंत्री पद जा सकता है।