पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी का गठन
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा में शामिल होने वाले अन्य दलों के नेताओं को स्क्रीनिंग कमेटी के सामने से गुजरना पड़ेगा। संबंधित नेता का बकायदा ट्रैक रिकार्ड चेक किया जाएगा। पिछले कड़वे अनुभवों को देखते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एक स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है। कमेटी का अध्यक्ष भाजपा BJP के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी Lakshmikant Bajpai को बनाया गया है।
कमेटी में लक्ष्मीकांत बाजपेयी के अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ.दिनेश शर्मा और प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को भी सदस्य के तौर पर नियुक्त किया गया है।
बता दें कि तीन महीने पहले बसपा के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह ‘बबलू’ को भाजपा में शामिल कराए जाने पर काफी किरकिरी हुई थी। खुद प्रयागराज से भाजपा की सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने इस मामले में नाराजगी जतायी थी। ऐसे में किसी तरह के विवाद से बचने के लिए भाजपा ने स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है।
बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य से पहले डॉ.लक्ष्मीकांत वाजपेयी साल 2012 से 2014 तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। मेरठ से आप चार बार विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव के बाद डॉ.लक्ष्मीकांत वाजपेयी को कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिली थी। हालांकि कई बार उनका नाम राज्यपाल, राज्यसभा सांसद और विधान परिषद सदस्य के लिए चर्चा में आया, लेकिन अब तक कोई महत्वपूर्ण पद नहीं मिला, जिसकी वजह से उनके प्रशंसकों में निराशा थी।