मंत्री बनने के 23 दिन बाद भी सीएम नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को सार्वजनिक तौर पर नहीं दी बधाई
यूपी80 न्यूज, पटना/नई दिल्ली
जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू JDU) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में आयोजित होने जा रही है। बैठक में पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान होने की पूरी संभावना है। चूंकि पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष आरसीपी सिंह मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गए हैं, लेकिन कैबिनेट मंत्री बनने के 23 दिनों बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सार्वजनिक तौर पर उन्हें बधाई नहीं दी है। ऐसे में माना जा रहा है कि ‘एक व्यक्ति-एक पद’ फॉर्मूले के तहत आरसीपी सिंह का अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना तय है।
कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार दिन में दिल्ली रवाना हो गए। बैठक में पार्टी की सांगठनिक विस्तार के अलावा अगले साल देश के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा होगी एवं रणनीति बनाई जाएगी।
नया चेहरा हो सकता है अध्यक्ष:
वैसे तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए नीतीश कुमार के पुराने सहयोगी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की चर्चा सबसे ज्यादा है। लेकिन राजीव रंजन सिंह भूमिहार बिरादरी से आते हैं। चूंकि जदयू का वोट बैंक मुख्यत: पिछड़ी एवं महादलित समाज है। ऐसे में राजीव रंजन सिंह के अध्यक्ष बनने की संभावना कम है। हालांकि नीतीश कुमार के बेहद करीब होने की वजह से राजीव रंजन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। वैसे मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री न बनने की वजह से राजीव रंजन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा ज्यादा है।
दूसरी ओर, उपेंद्र कुशवाहा महज कुछ महीने पहले जदयू में शामिल हुए हैं और अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जदयू में विलय किए हैं। ऐसे में उन्हें भी राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे सबसे महत्वपूर्ण पद देना मुश्किल लग रहा है। उपेंद्र कुशवाहा फिलहाल जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं।
ऐसी परिस्थिति में नीतीश कुमार खुद अपने पास राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद रख सकते हैं अथवा किसी नए चेहरे को आगे बढ़ा सकते हैं।












